Bihar Election: मोकामा में बाहुबली मुकाबला, ‘छोटे सरकार’ के सामने सूरजभान सिंह की पत्नी ठोक रहीं ताल, जानिए सीट का इतिहास

मोकामा सीट पर अनंत सिंह बनाम सूरजभान का मुकाबला हो गया है। राजद ने सूरजभान की पत्नी वीणा देवी को अनंत सिंह के खिलाफ टिकट दिया है।

बिहार चुनाव में मोकामा सीट पर एक बार फिर से अनंत सिंह चुनावी मैदान में हैं। वे जदयू के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बीच राजद ने अनंत सिंह के मुकाबले के लिए वीणा देवी को उतारा है। वीणा देवी पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी हैं। वीणा देवी इससे पहले खुद भी सांसद रह चुकी हैं। अनंत सिंह को हराने के लिए राजद ने वीणा देवी पर भरोसा जताया है।

राजद को सूरजभान पर भरोसा

सियासी जानकार बताते हैं कि 5 बार इस सीट पर विधायक रह चुके अनंत सिंह इस सीट का पर्यायवाची माने जाते हैं। मोकामा और अनंत सिंह एक दूसरे के पर्याय की तरह हो गए हैं। सूरजभान और उनकी पत्नी कुछ समय पहले ही राजद में शामिल हुए हैं। सूरजभान इससे पहले लोजपा में थे। राजद को उम्मीद है कि सूरजभान के सहारे पार्टी अनंत सिंह को शिकस्त दे सकती है।

मालूम हो कि सूरजभान खुद एक समय में मोकामा से विधायक रहे हैं। उनकी पत्नी को टिकट दिए जाने ने मोकामा के मुकाबले को सूरजभान बनाम अनंत सिंह बना दिया है। आपको बता दें कि सूरजभान सिंह ने साल 2000 में अनंत सिंह के बड़े भाई दिलीप सिंह को मोकामा से चुनाव हराया था। रामी सिंह हत्या मामले में दोषी होने के चलते वे खुद चुनाव नहीं लड़ रहे।

अनंत सिंह का दबदबा

अनंत सिंह तो खुद छोटे सरकार के नाम से जाने जाते हैं। उन पर खुद कई आपराधिक मुकदमे हैं जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास और अपहरण शामिल हैं। अनंत सिंह का प्रभाव ये है कि वे जेल से ही चुनाव जीत जाते हैं। उन्होंने 2022 में अपनी पत्नी नीलम देवी को यहां से चुनाव में उतारा तो वो भी जीती थीं। चूंकि सभी मामलों में उनको जमानत मिली हुई है इसलिए वे खुद चुनाव लड़ रहे हैं।

मोकामा विधानसभा सीट

मोकामा विधानसभा सीट बिहार के पटना जिले में स्थित है, और यह मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यह सीट लंबे समय से ‘बाहुबलियों’ के दबदबे के लिए जानी जाती रही है। इस समय अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी यहां से विधायक हैं। उन्होंने BJP उम्मीदवार को 16,741 वोटों के अंतर से हराया था। 2020 विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह ने JD(U) उम्मीदवार को 35,757 वोटों के अंतर से हराया था।

यह क्षेत्र भूमिहार और यादव बहुल माना जाता है। इसके अलावा, धानुक, कोयरी, कुर्मी और मुस्लिम मतदाताओं की भी अच्छी संख्या है। अनंत सिंह स्वयं भूमिहार समुदाय से आते हैं।

Exit mobile version