‘तूफानों से लड़ने में मजा ही कुछ और, 1 महीना पहले बिहार आकर अमित शाह ने हमें…’, IRCTC घोटाले में आरोप तय होने पर तेजस्वी हुए शायराना

तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू यादव को ऐतिहासिक रेल मंत्री बताते हुए कहा कि बिहार की जनता समझदार है और वह जानती है कि क्या हो रहा है? यह सब राजनीतिक प्रतिशोध है।
बिहार में चुनाव से पहले RJD सुप्रीमो और पूर्व CM लालू यादव का परिवार एक बार फिर मुश्किलों में घिरता नजर आ रहा है। सोमवार,13 अक्टूबर को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने IRCTC घोटाले मामले में आरोप तय कर दिए हैं। कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव पर आरोप तय कर दिए हैं। अब कोर्ट के फैसले और पूरे मामले पर तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया आई है।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने IRCTC होटल भ्रष्टाचार मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा आरोप तय किए जाने पर कहा, “ये कोर्ट की सामान्य प्रक्रिया है, हम लड़ेंगे। हम तो पहले से ही कह रहे थे कि अब चुनाव हैं तो ये सब होगा ही, लेकिन हम लड़ेंगे, तूफानों से लड़ने का अपना अलग ही मजा है। हमने हमेशा संघर्ष का रास्ता चुना है, हम अच्छे मुसाफिर भी बनेंगे और अपनी मंजिल तक भी पहुंचेंगे। बिहार की जनता समझदार है और जानती है क्या हो रहा है। बिहार की जनता, देश की जनता जानती है कि सच्चाई क्या है। जब तक भाजपा है और मैं ज़िंदा हूं, हम भाजपा से लड़ते रहेंगे।”
कोर्ट के फैसले पर क्या बोले तेजस्वी यादव ?
तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू यादव को ऐतिहासिक रेल मंत्री बताते हुए कहा कि बिहार की जनता समझदार है, और वह जानती है कि क्या हो रहा है। यह सब राजनीतिक प्रतिशोध है। जिस व्यक्ति ने रेलवे को 90,000 करोड़ रुपये का मुनाफा दिया, जिसने हर बजट में हमेशा किराया कम किया। वह एक ऐतिहासिक रेल मंत्री के रूप में जाने जाते रहे हैं। हार्वर्ड और आईआईएम के छात्र लालू जी से पढ़ने आते थे। वह मैनेजमेंट गुरु के रूप में जाने जाते रहे हैं। बिहार और देश की जनता सच्चाई जानती है। वहीं, तेजस्वी ने यह भी कहा कि एक महीना पहले बिहार आकर गृहमंत्री अमित शाह जी हमें धमकी दे रहे थे कि हमको चुनाव लड़ने लायक नहीं छोड़ेंगे।
क्या है IRCTC घोटाला ?
बता दें कि यह मामला भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) से जुड़ा है, जिसमें पुरी और रांची स्थित रेलवे के बीएनआर होटलों के संचालन के ठेके देने में कथित अनियमितताओं का आरोप है। CBI ने भी अपने चार्जशीट में बताया था कि 2004 से 2014 बीच एक साजिश के तहत इन होटलों को पहले IRCTC को ट्रांसफर किया गया फिर बिहार के पटना स्थित सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को उनके संचालन, रखरखाव और देखभाल के लिए पट्टे पर दे दिया गया।
लालू परिवार लड़ेगा मुकदमा
सीबीआई ने आरोप लगाया कि निविदा प्रक्रिया में धांधली की गई और सुजाता होटल्स की मदद के लिए शर्तों में हेरफेर किया गया। आरोपपत्र में IRCTC के तत्कालीन समूह महाप्रबंधक वीके अस्थाना और आरके गोयल, सुजाता होटल्स के निदेशक विजय कोचर और विनय कोचर, साथ ही डिलाइट मार्केटिंग कंपनी (अब लारा प्रोजेक्ट्स के नाम से जानी जाती है) और सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को भी इस केस में आरोपी बनाया गया है। अब राउज एवेन्यू कोर्ट ने IRCTC होटल भ्रष्टाचार मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, राजद नेता तेजस्वी यादव और अन्य के खिलाफ आरोप तय किए है। मगर लालू परिवार ने गुनाह स्वीकार नहीं किया और कहा हम मुकदमे का सामना करेंगे।



