बिहार की राजनीति में इस वक्त सबसे बड़ी खबर सुपौल जिले की छातापुर विधानसभा (45) से आ रही है अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रसिद्ध मीडिया विशेषज्ञ डॉ. राजीव मिश्रा को कांग्रेस पार्टी ने अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वयं दिल्ली में डॉ. राजीव मिश्रा को बुलाकर टिकट की पेशकश की।
छातापुर से नामांकन दाखिल करेंगे।
द इंफ़ैक्ट नेटवर्क के प्रतिनिधि से विशेष बातचीत में डॉ. राजीव मिश्रा ने कहा
“मुझे सोचने का वक्त दें… यह सिर्फ चुनाव नहीं, जिम्मेदारी का फैसला है।”
उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज़ हो गई है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि कांग्रेस का यह कदम छातापुर और सुपौल क्षेत्र में समीकरण बदल सकता है।
कौन हैं डॉ. राजीव मिश्रा ?
डॉ. राजीव मिश्रा बिहार के एक प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वे तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे डॉ. जगन्नाथ मिश्रा और भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र के भतीजे हैं। उनके पिता भाजपा नेता मृत्युंजय नारायण मिश्रा हैं।
मिश्रा परिवार की पहचान केवल राजनीति तक सीमित नहीं रही है। यह वही परिवार है जिसके 11 से अधिक सदस्य स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहे और भूदान आंदोलन में 1300 एकड़ से अधिक भूमि दान कर सामाजिक सेवा की मिसाल पेश की।
शिक्षा और नेतृत्व का संगम
बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र के सुपौल जिले के बलुआ बाजार से ताल्लुक रखने वाले डॉ. मिश्रा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिहार से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने देश-विदेश में उच्च शिक्षा हासिल की और शिक्षा को राष्ट्र निर्माण का सबसे सशक्त माध्यम माना।
वर्तमान में वे एक अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति (Vice Chancellor) हैं, जहाँ वे नई पीढ़ी को शिक्षा, तकनीक और सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।
उनका मानना है
“शिक्षा ही वह शक्ति है जो देश को आत्मनिर्भर और सक्षम बना सकती है।”
मीडिया जगत में शानदार सफ़र
डॉ. राजीव मिश्रा का मीडिया जगत में एक लंबा और प्रतिष्ठित करियर रहा है। उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत हिंदुस्तान ग्रुप से की और उसके बाद Star TV, Zee News, India News, News 24 जैसे प्रतिष्ठित चैनलों में वरिष्ठ पदों पर कार्य किया। उन्होंने Electronic Media Rating Council of India (EMRCI) की स्थापना की जिससे भारतीय टीवी जगत में पारदर्शिता और जवाबदेही की नई शुरुआत हुई। इसके साथ ही उन्होंने AROI (Association of Radio Operators for India) की नींव रखी और इसके संस्थापक अध्यक्ष बने — यह संस्था आज देशभर के एफएम रेडियो स्टेशनों की सामूहिक आवाज़ है।
लोकसभा टीवी से सैमसंग तक का सफ़र
लोकसभा टीवी के CEO एवं एडिटर-इन-चीफ़ के रूप में डॉ. मिश्रा ने ‘स्पेशल गेस्ट’ जैसे लोकप्रिय शो की शुरुआत की और खुद एंकरिंग भी की। इस कार्यक्रम ने लोकसभा टीवी की छवि को नई ऊँचाइयाँ दीं। बाद में उन्होंने सैमसंग इंडिया के Vice President (Media & Spokesperson) के रूप में कार्य करते हुए CSR फंडिंग के माध्यम से सैकड़ों जवाहर नवोदय विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस की स्थापना करवाई। जिससे सबसे अधिक लाभ बिहार और उत्तर प्रदेश को मिला। वर्तमान में वे अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति हैं।
अब राजनीति में नई पारी
लंबे समय तक शिक्षा और मीडिया जगत में उत्कृष्ट योगदान देने के बाद अब डॉ. राजीव मिश्रा राजनीति में कदम रख रहे हैं — एक ऐसे दृष्टिकोण के साथ जिसमें जाति या धर्म नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास की बात है।
उनका साफ़ संदेश
“राजनीति संवाद और समाधान का माध्यम बननी चाहिए,
जहाँ समाज के हर वर्ग तक विकास पहुँचे।”
डॉ. राजीव मिश्रा — विरासत से नेतृत्व तक का सफ़र।
शिक्षा, मीडिया और राजनीति — तीनों मंचों पर नया अध्याय लिखने की तैयारी। छातापुर की राजनीति में अब शुरू हो रही है एक नई सोच, नई दिशा और नई उम्मीद की कहानी।
